Mutual Funds में कैसे और कहाँ पैसा invest करें ?
दोस्तों, पिछले भाग में हमने सरल भाषा में आपको Shares, Mutual Fund और SIP के बारे वह सब जानकारी दी जो आपके लिए जानना आवश्यक है |
आज हम आपको बताते हैं जो investment के हिसाब से जरूरी है |
आप में से बहुत लोगों को पता नहीं होगा कि MF में कहाँ और कैसे पैसे निवेश या invest करें |
दोस्तों, MF में invest करने के लिए आपको किसी स्टॉक ब्रोकर के चक्कर लगाने या कोई DEMAT Account खोने की जरूरत नहीं है | हाँ, आप स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से या DEMAT Account खोल कर भी MF खरीद या बेच सकते हैं | यदि आपने online banking की सुविधा ले रखी है तो फिर आपको कहीं जाने या कुछ और करने की जरूरत नहीं है | अब लगभग सब Bank, Online Banking के माध्यम से जैसे आपको Online FD या RD खोलने या बंद करने, पैसे online लेने और देने और UPI की सुविधा प्रदान करते हैं वैसे ही अब आप MF खरीद या बेच भी सकते हैं | यदि आप mobile banking भी प्रयोग करते हैं तो आप किसी भी समय MF खरीद या बेच सकते हैं |
MF आप अपने बैंक से तो खरीद ही सकते हैं इसके ईलावा बहुत-सी वेबसाईट के माध्यम से या फिर सीधे जिस भी कंपनी का आप MF लेना चाहते हैं उसकी वेबसाईट पर registration करा कर भी खरीद या बेच सकते हैं |
सरकारी बैंक में सुविधा तो है लेकिन पूरी तरह से अभी नहीं दी जा रही है | जैसे आप SBI से केवल SBI के अपने MF ही खरीद या बेच सकते हैं |
प्राइवेट बैंक जैसे HDFC, ICICI, AXIS आदि में बहुत अच्छी सुविधा दी गई है | हमारे अपने अनुभव के अनुसार AXIS बैंक charges कुछ ज्यादा लेता है | ICICI में खरीद करने के बाद थोड़ा ज्यादा समय के बाद आपके account में MF दिखने लगते हैं और charges लगभग वैसे ही हैं | हमें HDFC की सर्विस और charges दोनों ही ठीक लगे | हाँ, कभी-कभी MF आपके अकाउंट में trf. में समय लग जाता है लेकिन यह कभी-कभी ही होता है |
अब तो काफी कॉम्पनीस की वेबसाईट भी हैं जो बहुत अच्छी online सर्विस देती हैं |
कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि आज आप घर बैठे किसी भी समय MF में पैसा invest कर भी सकते हैं और जरूरत पड़ने पर आप जब चाहें MF बेच भी सकते हैं |
MF में आप कैसे पैसे invest कर सकते हैं | आइए अब बताते हैं कि कहाँ invest कर सकते हैं अर्थात कौन-कौन से MF में इन्वेस्ट किया जा सकता है |
Mutual Fund कई प्रकार के होते हैं और वह सब Risk factor से जुड़े होते हैं | जितना ज्यादा risk उतना ज्यादा फायदा होने की संभावना रहती है और अगर आप रिस्क कम लेना चाहते हैं तो रिटर्न भी कम मिलेगा लेकिन लगभग निश्चित होगा |
दोस्तों, हम यहाँ आपको MF के बारे में जो भी जानकारी दे रहे हैं | यह जानकारी वह है जो आपके लिए जानना जरूरी है और हम मान कर चल रहे हैं कि आपको MF की या तो जानकारी नहीं है या बहुत अच्छी जानकारी नहीं है | इसीलिए हम यहाँ शुरुआती जानकारी दे रहे हैं | ताकि आप इस ओर बढ़ें और थोड़ा-बहुत investment करनी शुरू करें | आज के हालात को देखते हुए थोड़ा-बहुत mutual fund की ओर बढ़ना जरूरी है | पहला कारण की Bank या other saving schemes में अब वह interest रेट नहीं रह गया है जो एक समय में हुआ करता था | अतः आपके पास इस ओर आने के ईलावा और कोई विकल्प नहीं रह गया है |
दोस्तों, आज कई तरह के Mutual Fund Schemes बाज़ार में उपलब्ध हैं | उन्हें शुरूआती दौर में समझने की कोई ख़ास आवश्यकता नहीं है | सारी योजनाओं या Schemes को हम तीन भाग में विभाजित कर सकते हैं |
1. Equity or Growth Funds : यह लगभग सारा पैसा कंपनीज के शेयर्स खरीदने में लगाते हैं | इन का जोर अपनी पूंजी बढ़ाने और मुनाफा कमाने पर रहता है | यदि आप लम्बे समय के लिए पैसा लगाना चाहते हैं तो यह Best Option है | इस तरह के फंड में risk factor काफी high रहता है | जितना कम समय होगा उतना risk ज्यादा होगा और जितना समय ज्यादा होगा उतना risk कम होगा | इसीलिए इस तरह के फंड को Long Term Investment Fund भी कहा जाता है | इन में भी कई अलग तरह के MF होते हैं | जैसे :-
- Large Cap Fund : यह बड़ी कंपनीज में पैसा invest करते हैं |
- Mid Cap Fund : यह मध्यम स्तर की कम्पनीज में पैसा invest करते हैं |
- Small Cap Fund : यह छोटे स्तर की कम्पनीज में पैसा invest करते हैं |
- Multi Cap Fund : यह उपरोक्त तीनो तरह की कम्पनीज में पैसा invest करते हैं |
- Sector Fund : यह किसी एक तरह के व्यापार या काम करने वाली कम्पनीज में पैसा invest करते हैं जैसे Software या Agriculture sector में काम करने वाली विभिन्न कम्पनीज |
- Infrastructure fund : इस fund का तो नाम ही समझने के लिए काफी है |
- Tax-Saving Fund : यह ELSS के नाम से भी जाना जाता है | ELSS का मतलब होता है कि Equity Linked Saving Scheme. इसके बारे में हम Income Tax on MF में बताएँगे|
2. Income or Bond or Fixed Income Funds : इस तरह के फंड, पैसा Fixed Income Securities जैसे Government Securities या Bonds, Debentures, Bank Certificates of Deposits और Money Market instruments में लगाते हैं | ऐसे फंड safe fund माने जाते हैं | इस तरह के फंड उनके लिए हैं जो risk कम लेना चाहते हैं और साथ ही एक तरह की regular income भी चाहते हैं | इस तरह के फंड में भी कई तरह के फंड होते हैं :
- Liquid Funds
- Short Term Fund
- Floating Rate Fund
- Corporate Debt Fund
- Dynamic Bond Fund
- Gilt Funds, etc.
3. Hybrid Funds : इस तरह के फंड Equities और Fixed Income दोनों में पैसा इन्वेस्ट करते हैं | यह फंड उनके लिए है जो risk तो न के बराबर लेना चाहते हैं और monthly income भी चाहते हैं या पैसा ज्यादा समय के invest तो करना चाहते हैं लेकिन risk बिना growth चाहते हैं | इस तरह के फंड में risk न के बराबर होने के कारण फायदा, Bank interest के बराबर या कुछ ही ज्यादा होता है | इस तरह के फंड में भी कई तरह के फंड होते हैं :
- Aggressive Balanced Fund
- Conservative Balanced Fund
- Pension fund
- Child Plans Fund
- Monthly Income Fund
दोस्तों, इतनी जानकारी पढ़ कर आप अवश्य ही परेशान या घबरा गए होंगे कि कैसे MF को चुने | दोस्तों, घबराने वाली बात तो इससे आगे ये है कि आपको किस तरह के MF में invest करने के बावजूद मुश्किल ये आएगी कि कौन-सी कंपनी के mutual fund में invest करना है | क्योंकि एक ही तरह के mutual fund होने के बावजूद return अलग-अलग हो सकती है | यह आपको अनुभव से ही ज्ञात होगा कि किस कंपनी में पैसा लगाना है और किस में नहीं |
अगले भाग में हम आपको MF पर Income Tax Rate के बारे में बताएंगे और कौन-सा MF आपके लिए अच्छा है कैसे चुनें और उस तरह के MF में किस कंपनी का MF लें |