गीता में कहा गया है कि न तो कोई केवल कर्म से विमुख रहकर कर्मफल से मुक्ति पा सकता है और न केवल शरीरिक सन्यास लेकर ज्ञान में सिद्ध्वधावस्था प्राप्त कर सकता है | क्योंकि...
विज्ञान कहता है कि Atom में हर समय हलचल होती रहती है | कर्म-योग भी यही कहता है कि हम कर्म करने को मजबूर हैं | अतः यह कहना गलत नहीं है कि कर्म-योग विज्ञान ही नहीं ब्रह्मज्ञान है.....