दोस्तों, हम ने आपको पिछले भाग में इंटरनेट बैंकिंग और उसमें होने वाली भूल-चूक के बारे में बताया था |
आज हम आपको वह उपाय बतायेंगे जिस से गलती या फ्रॉड होने पर भी नुकसान होने की संभावना लगभग न के बराबर हो जाएगी |
दोस्तों, इंटरनेट बैंकिंग करने के काफी फायदे हैं जिन्हें आप भली-भाँति जानते और मानते हैं | आज आपको बैंक जाने की जरूरत न के बराबर है | आप घर बैठे ही किसी को भी पैसे भेज या ले सकते हैं | आप पास के ही ATM से कैश निकाल सकते हैं | कोई भी पेमेंट चाहे वह सरकारी हो या सैलरी हो या फिर पेंशन आपके खाते में सीधे पहुँच जाती है | आप UPI के जरिये किसी को भी बेझिझक पेमेंट कर सकते हैं | आप घर बैठे इन्टरनेट बैंकिंग का फायदा उठाते हुए FD या RD या PPF अकाउंट खोल या बंद भी कर सकते हैं | अब आपको ज़्यादत्तर जेब में भारी रकम, डेबिट या क्रेडिट कार्ड डाल कर ले जाने की आवश्यकता नहीं है | लेकिन फिर भी आप सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास कर इसका फायदा उठाने से कतराते हैं |
Amazon या Paytm या अन्य APP पर आपको और भी कई तरह के फायदे मिलते हैं लेकिन आप डरते हैं |
आइये आपके डर को दूर करते हैं |
आपके saving account में यदि पैसे ज्यादा हैं तो आपको डर ज्यादा लगता हैं क्योंकि आपकी वह सालों की मेहनत से कमाया धन है और आप नहीं चाहते कि आपकी किसी छोटी-सी गलती या फिर अनजानी भूल-चूक के कारण गवां बैठें |
आपका डर उचित है | ऐसा हो भी सकता है |
दोस्तों, यदि आपके खाते में ज्यादा पैसे हैं तो सबसे पहले आपको एक काम करना है कि आपको उस बैंक खाते की UPI सुविधा को बंद करना है | इंटरनेट बैंकिंग से किसी को भी पेमेंट नहीं करनी है और न ही किसी को उस खाते के बारे सूचित करना है | आप इस खाते के Debit/ATM Card का प्रयोग नहीं करना है | यदि करना पड़े तो सिर्फ उसी बैंक की शाखा से करें जहाँ आपका खाता है और आपको अपनी सुविधानुसार किसी भी तरह की पेमेंट की कम से कम सीमा यानि limit रखनी है ताकि कोई फ्रॉड होने की स्थिति में आपको ज्यादा नुक्सान न हो |
उपरोक्त उपाय कर आप अपने खाते को सुरक्षित कर सकते हैं | वैसे तो आज कल हर खाते में OTP और SMS सुविधा शुरू से ही चालू होती है लेकिन आप इसे चेक भी कर सकते हैं | यदि यह सुविधा चालू नहीं है तो आप इस सुविधा को चालू कर सकते हैं | OTP सुविधा से आपके खाते में से पैसा तभी निकल सकता है जब आप OTP भरेंगे | इसके इलावा आपके खाते में यदि SMS सुविधा चालू नहीं है तो आप उसे भी चालू कर सकते हैं | इससे आपको आपके खाते में होने वाली हर लेन-देन की सूचना SMS के द्वारा आपको मिलेगी | उस SMS में एक फ़ोन नंबर भी दिया होता है और यह भी लिखा होता है कि यदि आपने वह लेन-देन नहीं किया है तो उस दिए गए नंबर पर फ़ोन कर आप बैंक को सूचित करें और अपना इन्टरनेट बैंकिंग पासवर्ड बदल लें |
यह तो वह तरीके हैं जिन से आप अपने account को सुरक्षित कर सकते हैं |
दोस्तों, एक और तरीका भी है जिस से आप पूरी तरह से बेझिझक हो कर इन्टरनेट बैंकिंग और UPI का फायदा उठा सकते हैं |
आप एक नया बैंक अकाउंट खोलें | और इस खाते को आप सिर्फ लेन-देन और UPI की सुविधा के लिए ही रखें | इस में आप उतना ही पैसा रखें जितना आपने महीने में या एक दिन में लेन-देन करना है | जिस अकाउंट में आपके ज्यादा पैसे हैं उससे आप सिर्फ इस नए खाते में पैसा भेजें और कहीं भी उस बैंक खाते की इंटरनेट सुविधा का प्रयोग न करें |
नया खाता आप आज घर बैठे ही खोल सकते हैं | बस आपको उस बैंक की APP गूगल प्ले स्टोर से अपने मोबाइल फ़ोन पर डाउनलोड करनी है | और जैसे-जैसे आपको उस APP को खोलने पर निर्देश मिलते जाएँ वैसे-वैसे ही आप उस में भरते जाएँ | कुछ मिन्ट में आपका खाता खुल जाएगा | KYC भी आज कल हर बैंक की APP में घर बैठे ही विडियो कॉल पर ही हो जाता है | KYC पूरा होते ही आपका खाता अगले ही दिन से शुरू हो जाएगा | नया खाता खोलने के बहुत से विडियो आपको youtube पर मिल जायेंगे |
नये खाते में UPI सुविधा शुरू कर आप कभी भी और कहीं भी पैसा ले या दे सकते हैं | आप इस खाते से अनलाइन बैंकिंग बेझिझक कर सकते हैं | इस खाते को Paytm, Amazon, PhonePay या सबसे सुरक्षित BHIM UPI से भी जोड़ सकते हैं | इन APP में काफी सुविधाएं दी गई हैं और यह सुरक्षित भी हैं | इनके द्वारा की गई पेमेंट आपके खाते के जरिए ही होती है लेकिन यह लेन-देन आपके खाते से इस APP के द्वारा किया जाता है और फिर वह पैसा आप जिसे देना या जिससे लेना चाहते हैं उसे भेज या उससे ले लिया जाता है | यह सारा काम एक से तीन मिन्ट के अंदर हो जाता है और वह भी पूरी तरह से सुरक्षित तरीके से होता है और आपके बैंक खाते के बारे में किसी दूसरे को कुछ भी पता तक नहीं लगता है |
इन APP को प्रयोग करते हुए आपको केवल एक ही ध्यान रखना है कि इन APP के नाम पर झूठे SMS और फोन गाय-बगाय आते ही रहते हैं कि आपके द्वारा की गई पेमेंट गलत खाते में पहुँच गई है | आप अपना KYC करवा लीजिए नहीं तो आपका खाता 24 घंटे में बंद हो जाएगा आदि | जबकि ऐसा कोई भी फोन या SMS इन कॉम्पनियों द्वारा कभी भी नहीं भेजा जाता है |
अतः सावधान रहें और सुरक्षित रहें |
ये तो है अपने बैंक अकाउंट को सुरक्षित करने का बेजोड़ उपाय | आइये अब हम आपको बताते हैं कि आपको इन्टरनेट बैंकिंग का password कैसा रखना चाहिए जिसे आप भूलें भी न और कोई उसका अंदाजा भी न लगा पाए |
दोस्तों आज कल लगभग सब बैंक यही कहते हैं कि आपको हर तीन से छह महीने में नया password बनाना है और वह पासवर्ड आठ अक्षर(words) से कम नहीं होना चाहिए | उन आठ अक्षर में एक या दो अक्षर upercase में होने चाहिए कुछ अक्षर संख्या/numeric number/digit हों और कुछ special character भी हों |
दोस्तों, आप ऐसा password बना भी लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद भूल जाते हैं | तीन से ज्यादा बार गलत password डालने पर आपका खाता चौबीस घंटे के लिए लॉक हो जाता है और अगले दिन भी याद न आने की स्थिति में आपको काफी असुविधा होती है | वैसे तो हर बैंक की app में forget password बनाने की सुविधा रहती ही है लेकिन मुश्किल फिर वही आती है कि password बनाने के बाद आप याद कैसे रखें | कहीं लिख कर रखना आज सुरक्षित नहीं है |
आईये हम आपको कुछ आसान तरीके बताते हैं |
पासवर्ड (Password) हमारी राय में 9 words का हो तो अच्छा रहता है | क्योंकि ऐसा पासवर्ड आपका हर जगह चल सकता है और ज़्यादत्तर पासवर्ड लगभग एक-सा हो तो अच्छा रहता है, वरना किस जगह आपने कौन-सा रखा है याद रखना मुश्किल हो जाता है और बढ़ती उम्र के साथ-साथ मुश्किल बढ़ती जाती है | 55 साल की उम्र के बाद तो और भी मुश्किल हो जाता है |
पासवर्ड के 9 अक्षर इस तरह विभाजित करें : –
(2) हमारी राय में पहले दो अक्षर में से पहला Uppercase में और दूसरा Lowercase में हो तो अच्छा रहता है (First word in Uppercase second word in Lowercase) | बस इसमें एक ही ध्यान देने की आवश्यकता है कि Alphabet continuation में न हों, जैसे : A B C D E F.. आदि और न ही साथ-साथ Repeat हों, जैसे : AA या BB.. आदि | बहुत से बैंक या अन्य में ऐसे पासवर्ड मान्य नहीं होते हैं |
यह पहले दो शब्द या अक्षर आपके नाम(Name) या जाति(Surname) या Name और Surname के हों तो याद रखने में आसानी रहती है |
जैसे :-
Name : Ram Kumar – Rk
Name : Sunil chadha – Sc
Name : Krishan kumar Chandel – Kk मान्य नहीं होगा या रखना ठीक नहीं है अतः Kc ठीक रहेगा |
और यदि नाम केवल Krishan Kumar ही हो तो ऐसे में Kr या Ku करना ठीक रहेगा लेकिन यादाश्त के लिए Kr ज्यादा ठीक रहेगा |
(4) अगले चार अक्षर संख्या/Digit/Numeric number होने चाहिए | यह चार अक्षर किसी रिश्ते दार या दोस्त के घर का address हो तो ज्यादा अच्छा रहेगा | वह रिश्तेदार या दोस्त जो बहुत नजदीकी न हो लेकिन आपका अक्सर आना-जाना हो | अगर उसका address दो या तीन अक्षर है तो उसके पहले एक से दस तक वह नंबर जो आपको आसानी से याद रहे वह जोड़ दें | यहाँ पर भी वही शर्त लागू होती है कि नंबर repeat न हों और continuation में न हों, जैसे : 1 2 3 4 5 6.. या 11 22 33.. |
जैसे :-
Address मान लीजिए 181 है तो यहाँ 1 दो बार आ रहा है लेकिन एक साथ नहीं आ रहा है अतः यह मान्य होगा | इसमें आप 181 से पहले 2 से 9 तक कोई भी नंबर ले सकते हैं | आपकी Date of birth में से कोई भी नंबर जो आपको याद रहे लिया जा सकता है, जैसे : तिथि, महिना या साल और इसे साथ मिलाने पर यदि अक्षर पाँच या छह भी हो जाते हैं तो कोई फर्क नहीं पड़ता | क्योंकि आपको आपका पासवर्ड याद रहना जरूरी है चाहे एक या दो अक्षर ज्यादा हो जाएँ |
(2 या 3) यह अक्षर Special Character होने चाहिए |
! @ # $ % ^ & * ( )
यह अक्षर आप के कंप्युटर के keyboard के ऊपर की लाइन में होते हैं यह 1, 2 से लेकर 0 तक shift दबाकर जोड़े जा सकते हैं और बिल्कुल इसी तरह आपके मोबाईल फोन पर भी उपलब्ध होते हैं |
आप Left या Right के पहले दो या तीन अक्षर अपने पासवॉर्ड के आखिर में जोड़ सकते हैं |
जैसे आपका पासवॉर्ड यदि Sp5784 है तो इसमें आप !@ या !@# या )( या )(* जोड़ लें और तीन महीने बाद आप बाकी पासवर्ड वैसा ही रहने दें बस आखिरी के दो या तीन अक्षर से एक अक्षर आगे बढ़ जाएँ | जैसे पहले आपका पासवॉर्ड यदि Sp5784!@ या Sp5784!@# या Sp5784)( या Sp5784)(* था तो अब आप इसे Sp5784@# या Sp5784@#$ या Sp5784(* या Sp5784(*& रख सकते हैं | ऐसा पासवॉर्ड भूलना मुश्किल है |
आपने ध्यान दिया या नहीं, हमने बीच में चार digit पर ही जोर दिया है क्योंकि यही डिजिट आपकी ATM या UPI PIN के भी काम आ सकती है |
उम्मीद है आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा |