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M.F. सही में अच्छा निवेश है ?

Mutual Funds में Invest करना क्या सही में सही है ?

दोस्तों, यह तो आपने सोचना और समझना है कि क्या सही है और क्या सही नहीं है |

हमारा तो आपको केवल ये समझाना है कि सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें | म्यूचूअल फंड ही नहीं आप कहीं भी अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा लगाते हैं तो आपको सोच समझ कर ही लगाना चाहिए | आपके दोस्त ने लगाया और कमाया है | आपके रिश्तेदार ने लगाया और कमाया है या अपने कहीं सुना कि म्यूचूअल फंड में पैसा लगाने से अच्छी कमाई हो जाती है या आपने कहीं पढ़ा कि ऐसा करना बहुत लाभदायक रहता है तो आप भी अपना पैसा लगाने निकल पड़े | यह सोच या समझ गलत है | आप को अच्छी तरह किसी से समझना होगा या फिर खुद पूरा पढ़ना होगा |

दोस्तों, आज हम आपकी इसी मुश्किल को दूर करने के लिए यह लेख आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं |

आइए पहले यह समझते हैं कि Mutual Fund क्या है और इसमें कैसे invest किया जा सकता है ?

आपने Mutual Fund के TV या News Paper या किसी Website में विज्ञापन अवश्य देखा होगा | सब जगह यह लिखा या बोला जाता है कि :

Mutual Fund में Investment या निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें |

बहुत जगह उपरोक्त के साथ यह भी लिखा मिल जाएगा :

Mutual Fund का NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकता है | किसी Mutual Fund का पहले का प्रदर्शन भविष्य में भी वैसा ही रहेगा, भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है | Mutual Fund किन्ही भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है |  निवेशकों से अनुरोध है कि वह Prospectus ध्यानपूर्वक पढ़ें या विशेषज्ञ पेशेवर सलाहकार की सलाह लें |

दोस्तों, हम यहाँ यह मान कर चल रहे हैं कि आपको Shares और Stock Market के बारे में पता है | यदि आपको इनके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है तो थोड़ा-सा हम आपको बता देते हैं बाकि आप Google Search कर पढ़ लें या किसी विशेषज्ञ पेशेवर सलाहकार से सलाह ले लें |

अगर हम सरल भाषा में कहें तो किसी भी कंपनी के एक share का मतलब है कि आपकी उस कंपनी में उस share की कीमत के बराबर की ownership या हिस्सेदारी है और कीमत वह जो कंपनी की Books of Accounts में है | इसका मतलब है कि कल अगर कंपनी आपको आपके share का पैसा वापिस देना चाहे तो उतना ही पैसा मिलेगा जितना उस समय कंपनी की books of accounts में होगा | यहाँ हम शेयर बाजार में बेचने की बात नहीं कर रहे हैं | बाजार में तो आपको वही कीमत मिलेगी जितनी उस समय उस शेयर की होगी | वह कम भी हो सकती है और अधिक भी हो सकती है | उस कंपनी के share की कीमत share market में books of accounts वाली असल कीमत के बराबर या कम या ज्यादा कुछ भी हो सकता है | Share Market बहुत से कारणों के कारण ऊपर नीचे होती ही रहती है | जैसे पिछले साल करोना काल होने के बावजूद शेयर मार्केट कुछ समय नीचे जाने के बाद फिर से ऊपर उठ गई थी | और उसी क्षेत्र के शेयर ऊपर उठे जहाँ उम्मीद थी | जैसे दवाई बनाने या दवाई कम्पनी को कच्चा सामान या अन्य समान मुहैया करने वाली कम्पनी या फिर कंप्यूटर  या सॉफ्टवेयर कम्पनी | इन्हीं की डिमांड उस समय ज्यादा थी | इसीलिए इनके शेयर काफी बढ़े | शेयर मार्किट बड़े पैमाने पर खरीद या बिकवाली होने पर भी ऊपर नीचे होती है |

आप सोच रहे होने कि हम mutual fund की बात करते-करते शेयर मार्किट में कैसे बताने लगे हैं |

दोस्तों हम इसलिए बता रहे हैं क्योंकि mutual fund कम्पनीज भी शेयर मार्किट में ही खरीद-फरोख्त करती हैं इसीलिए उनके रेट भी शेयर मार्किट के हिसाब से ऊपर नीचे होते रहते हैं और इसीलिए mutual fund के हर विज्ञापन में बोला या लिखा होता है कि सोच समझ कर या किसी प्रोफेशनल की सलाह ले कर ही अपना पैसा दाव पर लगायें |

अब आपके मन में एक प्रश्न और उठ रहा होगा कि जब पैसा शेयर मार्किट में ही लगाना है तो फिर mutual fund कंपनी में ही क्यों लगायें और फिर इसका फायदा क्या होगा |

इस प्रश्न का उत्तर देने से पहले हम यह बताते हैं कि mutual fund होता क्या है | जब आप इसे समझ जायेंगे तो आपको अपने आप ही उपरोक्त प्रश्न का हल भी मिल जाएगा |

Mutual Fund Company एक तरह का trust होता है जोकि भारत सरकार के नियमानुसार बनाया जाता है | ये एक ऐसा ट्रस्ट है जो बड़ी संख्या में ऐसे निवेशकों की धनराशि एकत्रित करता है, जिन निवेशकों का एक-सा उद्देश्य होता है | यह ट्रस्ट या कंपनी आप से पैसा लेकर विभिन्न विकल्पों जैसे Equities, Bonds, Money Market instruments and/or other securities में invest करते हैं | इन्होने Professional Fund Manager रखे होते हैं | जोकि इस काम में माहिर होते हैं | यह मार्किट पर नजर रखते हुए शेयर्स की खरीद-फरोख्त करते रहते हैं | आप ऐसा भी कह सकते हैं कि आपने अपने लिए किसी एक professional को रख लिया है जो मार्किट से भलीभांति परिचित है | साधारण भाषा में हम कह सकते हैं कि शेयर्स की खरीद-फरोख्त के हिसाब से जो भी profit या loss होता है वही उस Mutual Fund की कीमत तय करता है जिसे हम NAV यानि Net Assets Value कहते हैं |

Mutual Fund Company किस तरह से पैसे को बाजार में लगाती है वह उस कंपनी के प्रोस्पेक्टस में लिखा होता है और वह अपना खर्चा क्या लेगी यह भी लिखा होता है | बस आपको यही देख-सोच-समझ कर ही अपना पैसा उस Mutual fund company में लगाना होता है | इसके लिए आपको ज्यादा दिमाग लगाने की आवश्यकता भी नहीं है | आप बहुत कम पैसे यानि हजार दो हजार से भी शुरू कर सकते हैं और कहाँ और कैसे लगाना है | इसका भी हल आपको इन्टरनेट पर मिल जाएगा | बहुत वेबसाइट हैं जो आपको सुझाव देती हैं कि आपको कहाँ और कैसे पैसा लगाना है | वह आपके risk लेने और कितने समय के लिए लगाना है उसके हिसाब से सुझाव देती हैं |

हमारी राय में आपको बहुत ही कम पैसे से शुरू कर पहले-फल एक-दो साल के लिए ही लगाना चाहिए | धीरे-धीरे आपको खुद ही सब समझ आने लगेगा | लेकिन यह खाली पैसे लगाने से ही नहीं आएगा | आपके पास जब भी समय हो पहले एक-दो साल आपको पूरी जानकारी लेनी होगी | उसके बाद आप ज्यादा पैसा भी लगा सकते हैं |

आपको इन्टरनेट पर अनेकोअनेक वेबसाइट मिल जायेंगी जो आपको SIP में पैसा लगाने का सुझाव देंगी और हमारी भी यही राय है कि आपको शुरुआत SIP यानि SYSTEMATIC INVESTMENT PLAN से ही करनी चाहिए | इसका मतलब होता है कि आप कम से कम 500 रुपये प्रति माह से भी शुरू कर सकते हैं |

अब हम बताते हैं कि सब SIP की ही बात क्यों करते हैं ?

SIP के माध्यम से आप एक निश्चित अवधि के लिए एक amount लगाते हैं जैसे कि छह महीने या एक साल के लिए महीने 500 रुपये की धनराशि invest करते हैं | इसका फायदा ये होता है कि हर महीने जो भी उस mutual fund का भाव होता है उस के अनुसार ही आपका पैसा लगता है | मान लीजिये कि एक महीने उस mutual fund का भाव यानि कि NAV 25 रुपये है तो उसके अनुसार आप उसकी लगभग 19.55 unit खरीद लेंगे | अब आप सोच रहे होने कि 20 unit क्यों नहीं ? क्योंकि खरीदते हुए कुछ कमीशन काटी जाती है और ऐसा ही कुछ बेचते हुए भी होता है | अब यदि अगले तीन महीने बाजार सुस्त है या नीचे गिर रहा है तो unit का रेट कम भी हो सकता है तब आपके पास 20 unit से ज्यादा भी हो सकती है और अगर बाजार ऊपर चल रहा है तो unit कम भी हो सकती हैं | साल के अंत में आपके पास हर भाव की unit हो सकती हैं | उसका फायदा आपको तब होगा जब उस unit का भाव बढ़ जाएगा | तब आपके पास जो unit कम भाव की होंगी उन पर अधिक और जो थोड़े ज्यादा भाव की होंगी उन पर थोड़ा कम फायदा होगा | इसी तरह अगर बाजार बहुत ही नीचे होगा तो भी आपको नुक्सान लगभग न के बराबर या नहीं होगा |

हमारे अपने अनुभव के अनुसार आज जो आपको बैंक या किसी और investment में interest मिलता है उतना तो लगभग हर mutual fund से मिल ही जायेगा बशर्ते कि आप सोच समझ कर पैसा लगायेंगे | और आप यदि अक्लमंदी से लगायेंगे तो 12 से 25 प्रतिशत सलाना भी मिल सकता है |

दोस्तों, आप investment के हिसाब से यदि BANK, PPF या NPS को ही मानते हैं तो इन में आज के हालात को देखते हुए आपका पैसा 10 से 12 साल में दुगुना हो सकता है जबकि mutual fund में 4 से 7 में होने की सम्भावना है और बहुत ही बुरे हाल हुए तो भी नुकासान न हो कर 10 से 12 साल में तो हो ही जायेंगे | और ऐसा बुरा हाल होने की सम्भावना न के बराबर है क्योंकि यदि कोई mutual fund अच्छा नहीं कर रहा है तो आप अगले साल किसी और में भी तो invest कर सकते हैं | और जैसे-जैसे आपको अनुभव होता जाएगा वैसे-वैसे आपका profit भी बढ़ता जाएगा | और ऐसा अनुभव होने के लिए आपको महीने में तीन-चार बार में कुल मिला कर आठ से दस घंटे ही लगाने हैं | अब आप अच्छा profit कमाने के लिए महीने में आठ से दस घंटे तो लगा ही सकते हैं | और जैसे-जैसे आपको अनुभव होता जाएगा वैसे-वैसे समय कम खर्च करना पड़ेगा | एक, दो साल में तो महीने में दो से तीन घंटे ही काफी रहेंगे |

Mutual Fund में कहाँ और कैसे पैसे invest करें इससे सम्बन्धित और जानकारी हम आपको अगले भाग में देंगे | धन्यवाद |

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