दोस्तों, आपको सुंदर और अच्छे रैपर में लिपटा गिफ्ट क्यों अच्छा दिखता है ? आप सस्पेंस वाली फिल्म देखते हुए या कहानी पढ़ते हुए क्यों उत्साहित हो जाते हैं ? आप पहली बार जब किसी सुंदर व्यक्ति से मिलते हैं तो बहुत अच्छा क्यों लगता है ?
आइये इसी सोच पर आधारित कहानी पढ़ते हैं |
सुधीर की ज़िन्दगी आज से लगभग तीन साल पहले तक सही चल रही थी | तीन साल पहले जब उसने नई कंपनी ज्वाइन की तो उसकी ज़िन्दगी में दबे पाँव तूफान कब और कैसे घुसा और मुसीबत बन उसका जीना हराम कर दिया उसे समझ ही नहीं आया | इस सब के लिए कभी वह इस कंपनी में काम करने वाली शैफाली जो पहले दोस्त बनी और फिर प्रेमिका को कोसता तो कभी अपने आप को | लेकिन धीरे-धीरे उसका सम्बन्ध अपने दोस्तों और परिवार से भी बद से बद्दतर होना शुरू हो गया था |
रामू काका सुधीर की पूरी दास्तान सुनने के बाद बोले ‘बेटा, इसमें तुम्हारा या तुम्हारे आस-पास रहने वाले किसी का कोई दोष नहीं है | दोष हमारी पढ़ाई-लिखाई और समझदारी का है | हमारी सोच-समझ और अक्लमंदी का बस्ता दिन-प्रतिदिन भारी होता जा रहा है | कमर तक झुकने लगी है लेकिन बस्ता कन्धों से उतारने को कोई राजी नहीं है | तुमने अपने आस-पास और सोशल मीडिया में देखा ही होगा कि आजकल सलाहकारों की बाढ़ आई हुई है | तुम्हारे आज के हलात कहीं न कहीं इन्ही लोगों की देन हैं…..’, बीच में बात काटते हुए सुधीर बोला उठा ‘काका आप मानते हैं न कि इस सब में मेरा दोष नहीं है’ |
काका मुस्कुराते हुए बोले ‘बेटा, ताली तो दोनों हाथ से बजती है | खैर, एक अंग्रेजी की कहावत है कि जिन्दगी हमेशा खुली किताब की तरह होनी चाहिए ताकि लोग आपको जान और समझ सकें | इस कहावत को बिना सोचे समझे बार-बार कहा जाता है और हम लोग बिना सोचे-समझे इस को या ऐसी बातों को फॉलो करना शुरू कर देते हैं | बेटा, ऐसा ही कुछ तुम्हारे साथ भी हुआ है | आज तुम्हारी प्रेमिका, दोस्त और तुम्हारे परिवार वाले तुम्हारी कमी, सोच-समझ, ख़ुशी-गम सब को जान चुके हैं | अब जब भी तुम कुछ अलग से कहते हो या करते हो या करने की कोशिश करते हो तो तुम्हें सुनने को मिलता है कि तुम्हारे बस का नहीं है | तुम उस मिटटी के नहीं बने हो | अगर तुम अटकते हो कि नहीं मैं कर सकता हूँ तो तुम्हारे अंदर क्या कमी है वह याद कराई जाती है या फिर तुम कब-कब असफल हुए वह याद कराया जाता है | तुम्हारी हर चाल और सोच को तुम्हारे नजदीकी जानते हैं या जान गए हैं | अब तुम उनसे और वह तुम से बिना लड़े एक लड़ाई लड़ रहे हो’, कह कर काका सुधीर को देखते हैं जैसे वह कहना चाह रहे हो कि क्यों क्या कहना चाहते हो | सुधीर अटकते हुए बोला ‘हाँ, काका आप कह तो सही रहे हो | असल में काका शुरू-शुरू में शैफाली बार-बार मुझे कहा करती थी कि देखो मैं तो तुम्हें हर बात बता देती हूँ और तुम सब कुछ छुपा कर रखते हो | बस काका कब मैं उसके प्रेम में डूब सब कुछ बताने लगा मुझे पता ही नहीं लगा | अब तो ये हाल हो गया है कि मैं कोई भी बात दिल में रख ही नहीं पाता हूँ और मेरे आस-पास के लोग इसी का फायदा उठा रहे हैं | खैर, काका आप मुझे ये बताइए कि अब मैं इस से बाहर कैसे निकल सकता हूँ’ |
कुछ देर रुक कर काका बोले ‘बेटा, तुम ने खुद अपने लिए गड्ढा खोद लिया है | इससे निकलना मुश्किल तो है लेकिन न मुमकिन नहीं है | कोशिश तो करनी ही चाहिए | हाँ, कुछ समय के लिए तुम्हें काफी कुछ सहना पड़ेगा लेकिन अगर लगातार कोशिश करते रहोगे तो अवश्य सफल हो जाओगे | बेटा, ज़िन्दगी के कुछ राज, कुछ बातें ऐसी होती हैं जो किसी को नहीं बतानी चाहिए | तुम जब पहली बार कोई suspense मूवी या novel पढ़ते हो तो पढ़ने से पहले ही उत्साहित हो जाते हो और अगर फिल्म में suspense बना रहता है तो तुम पूरे उत्साह से देखते चले जाते हो और वो फिल्म देखने के बाद भी कुछ दिन तक वह फिल्म तुम्हें याद रहती है | तुम्हें कोई गिफ्ट मिलता है तो तुम उत्साहित हो जाते हो | तुम अपने भविष्य को जानने के लिए उत्साहित रहते हो | भविष्य का राज खुल जाए तो ज़िन्दगी जीने का उत्साह ही खत्म हो जायेगा | तुम किसी अनजान जगह पर घूमने क्यों जाते हो ? क्योंकि उस जगह के बारे में तो तुम्हें पता लेकिन गये नहीं हो इसीलिए जाने के लिए और उस ख़ुशी को पाने के लिए लायलियत रहते हो | ईश्वर को किसी ने जाना नहीं, देखा नहीं इसीलिए उसे जानने और देखने का उत्साह बना रहता है | अतः हर काम, हर बात समय आने पर ही खुलनी चाहिए | सिर्फ तभी उत्साह बना रहता है | बेटा, उत्साह बनाए रखने के लिए तुम्हारी रोज-मर्रा की जिन्दगी में भी थोड़ा-बहुत suspense बना रहना चाहिए | अगर तुम ऐसा करते हो तो तुम्हारे आस-पास हर कोई तुम्हारा दीवाना बना रहेगा | तुम भी खुश रहोगे और तुम्हारे आस-पास भी ख़ुशी का मौहोल बना रहेगा | अपनी प्रेमिका या पत्नी से कुछ दूरी बना कर रखो | वह हमेशा तुम्हारी ओर खिंचती चली आएगी | समय-समय पर कोई गिफ्ट या कोई अन्य बात जो रोजमर्रा की ज़िन्दगी से हट कर होगी तो प्रेम बना रहता है | ऐसा ही सब रिश्तो में होता रहना चाहिए | ज़िन्दगी थोड़ा-सा अलग ढंग से जीना शुरू करो जिस में सब कुछ तुम्हारे हाथ में हो तो जीना बहुत ही खुशग्वार हो जाएगा | उम्मीद है तुम सब समझ गये होगे’ |
सुधीर खुश होते हुए बोला ‘काका, काश मैं पहले ही आपके पास आ गया होता | खैर, मुझे सब समझ आ गया है | अब वैसा ही होगा जैसा आपने कहा है |