आप एकाग्रता और लग्न से ध्यान विधि का प्रयोग कर कुछ दिन में ही अपनी संवेदनशील इंद्री के बहाव को बाहर की ओर बहने से रोक पाने में सक्षम हो जायेंगे |
आगे पढ़ें ..........कभी भूल कर भी न कहें या सोचें ?
आपने कभी सोचा कि हम जिस काम या बात या सोच को ‘न’ करने की सोचते हैं उतना ही उस काम या बात या सोच को क्यों जाने-अनजाने करते चले जाते हैं ?
आगे पढ़ें ..........नवरात्र – 2
दोस्तों, एक बात याद रखिये कि आप शक्ति से सम्पर्क साधना चाहते हैं | आप अपने अंदर और आस-पास positivity लाना चाहते हैं | शक्ति को आप में कोई interest नहीं है |
आगे पढ़ें ..........नवरात्र – 1
रोजमर्रा की जिन्दगी में लगभग हम सब कुछ शरीर से बाहर करते हैं और नवरात्र में भी वही करते हैं | आइये इस नवरात्र से कुछ नया शुरू कर आगे बढ़ते हैं...
आगे पढ़ें ..........उत्साह/जोश कैसे बढायें
Enthusiasm/उत्साह/जोश केवल शैक्षिक विषय नहीं है यह रोजमर्रा की ज़िन्दगी से जुड़ा हुआ शब्द है | अतः ऐसे विषय को व्यवहारिक तरीके से समझना और समझाना चाहिए |
आगे पढ़ें ..........व्यक्तित्व विकास कैसे करें
व्यक्तित्व विकास या सफलता पाने के लिए आपके अंदर दृढ़ता अर्थात किसी भी काम को करने की इच्छा तीव्र हो | यह तभी होगा जब मन में भटकन लेश मात्र न हो |
आगे पढ़ें ..........