इस शरीर में
हम सब किरायेदार हैं
मकान मालिक का
कब आदेश आ जाएगा
किसी को कुछ नहीं मालूम
फिर भी सब पर हक जमाते हैं
अस्थाई कुछ नहीं चाहिए
सब कुछ स्थाई चाहते हैं
इस शरीर में
हम सब किरायेदार हैं
मकान मालिक का
कब आदेश आ जाएगा
किसी को कुछ नहीं मालूम
फिर भी सब पर हक जमाते हैं
अस्थाई कुछ नहीं चाहिए
सब कुछ स्थाई चाहते हैं